ममता के इस्तीफे की मांग को लेकर छात्रों का उग्र प्रदर्शन, पुलिस ने छोड़े आंसू गैस

कोलकाता (जनमुख) । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग को लेकर आज कोलकाता में बड़ी संख्या में छात्र सड़कों पर उतर आए हैं। छात्रों ने पहले ही ‘नबन्ना अभियान’ प्रदर्शन का ऐलान किया था। इसे रोकने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात था, चप्पे-चप्पे पर निगरानी की जा रही थी। हावड़ा ब्रिज को सील कर दिया गया था। इस बीच ब्रिज पर खड़ी लोहे की दीवार प्रदर्शनकारी छात्रों ने खींचकर हटा दिया है। जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। 4 छात्रों को हिरासत में भी लिया गया है। पुलिस ने हावड़ा ब्रिज से प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया।
इस प्रदर्शन का आयोजन रवीन्द्रभारती विश्वविद्यालय के एमए छात्र प्रबीर दास, कल्याणी विश्वविद्यालय के शुभंकर हलदर और सयान लाहिड़ी नामक छात्रों द्वारा बुलाया गया है। इन छात्रों का कहना है कि उनका राजनीति से लेना-देना नहीं है लेकिन उनकी मांग है कि ममता बनर्जी सीएम पद से इस्तीफा दें।
टीएमसी ने प्रदर्शन के लिए विपक्ष पर मढ़ा आरोप
सत्तारूढ़ टीएमसी ने इस प्रदर्शन के लिए विपक्ष को जिम्मेदार बताया है। टीएमसी का कहना है कि विपक्ष राज्य में अशांति फैलाना चाहती है और माहौल बिगाड़ने के लिए उसने इस प्रदर्शन को हवा दी है।
क्यों निकाला गया मार्च
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ दरिंदगी से दुष्कर्म और फिर उसकी निर्मम तरीके से हत्या करने के मामले में छात्र संगठन ‘नबन्ना अभियान’ मार्च निकाल रहे हैं। उनकी मांग है इस मामले को जिस तरह दबाने की कोशिश हुई उसके लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी माफी मांगे।

