पानी में घुल रहा फ्लोराइड रंग बदला न स्वाद 22 राज्यों में दिखा असर

नई दिल्ली,जनमुुख न्यूज। अत्यधिक भू-जल दोहन और जलवायु परिवर्तन से भू-जल में फ्लोरोइड की मात्रा बढ़ गई है। भू-जल का स्तर लगातार गिरने पर यह समस्या और भी गंभीर होती जा रही है। पिछले कुछ सालों में यह समस्या ११ राज्यों से बढ़कर २२ राज्यों के २०० से अधिक जिलों तक पहुंच गई। इस समस्या से निपटने के लिए एम्स के क्लीनिकल ईकोटेक्सियोलॉजी फैसिलिटी ने मंगलवार से तीन दिवसीय ३६ इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑफ इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर फ्लोरोसिस रिसर्च २०२४ का आयोजन किया है। इसमें भारत के अलावा दुनिया के कई देशों के विशेषज्ञ अपने शोध के आधार पर समस्या की रोकथाम का रास्ता निकालेंगे। आयोजन के चेयरपर्सन और एम्स में एनाटॉमी विभाग के प्रमुख डॉ. ए. शरीफ ने बताया कि दुनियाभर में करीब २० करोड़ लोग इस समस्या से पीड॰ित हैं। इसमें करीब छह करोड़ लोग भारत से हैं, जो कुल पीड॰ितों का करीब एक तिहाई हिस्सा है। उन्होंने कहा कि इस समस्या की रोकथाम के लिए स्त्रोत की पहचान कर लोगों को जागरूक करना। उन्हें पेयजल के लिए विकल्प उपलब्ध करवाना है।

