गुजरात में बुलेट ट्रेन के लिए आठ स्टेशनों का शिलान्यास कार्य पूरा हुआ

नई दिल्ली,जनमुख न्यूज। गुजरात में बुलेट ट्रेन के लिए आठ स्टेशनों का शिलान्यास कार्य पूरा हो चुका है। बुलेट ट्रेन परियोजना निदेशक प्रमोद शर्मा ने कहा कि बुलेट ट्रेन तकनीक भारत आ चुकी है और हम ‘मेक इन इंडिया’ पहल के जरिए काम आगे बढ़ रहा है। अब बुलेट ट्रेन तकनीक भारत आ चुकी है…हम ‘मेक इन इंडिया’ पहल के जरिए आगे बढ़ रहे हैं। यह हमारा कर्तव्य है कि हम मीडिया को बताएं कि हम क्या कर रहे हैं…इससे हमें सकारात्मकता और समर्थन मिलता है।’ इस महीने की शुरुआत में, महत्वाकांक्षी मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना की देखरेख कर रही नेशनल हाई-स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) ने कहा था कि मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन कॉरिडोर पर ध्वनि अवरोधक लगाने का काम चल रहा है। ये शोर अवरोधक परिचालन के दौरान ट्रेन और नागरिक ढांचे से उत्पन्न होने वाले शोर को कम करने के लिए लगाए गए हैं। शोर अवरोधक रेल स्तर से २ मीटर ऊंचे और १ मीटर चौड़े कंक्रीट पैनल हैं। प्रत्येक शोर अवरोधक का वजन लगभग ८३०-८४० किलोग्राम है। वे ट्रेन द्वारा उत्पन्न वायुगतिकीय ध्वनि को परावर्तित और वितरित करेंगे और ध्वनि ट्रेन के निचले हिस्से से उत्पन्न होगी, मुख्य रूप से पटरियों पर चलने वाले पहियों से, एनएचआरएससीएल ने कहा।इससे पहले ३१ जुलाई को रेल, सूचना एवं प्रसारण तथा इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में लोकसभा को सूचित किया था कि मुंबई अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए पूरी भूमि – १३८९.५ हेक्टेयर – अधिग्रहित कर ली गई है। जवाब में कहा गया है, ‘अब तक ३५० किमी पियर फाउंडेशन, ३१६ किमी पियर निर्माण, २२१ किमी गर्डर कास्टिंग और १९० किमी गर्डर लॉन्चिंग का काम पूरा हो चुका है। लगभग २१ किमी लंबी समुद्र के नीचे सुरंग का काम भी शुरू हो गया है।

