सोने की कीमत हुई एक लाख के पार, कीमतों पर अभी लगाम लगने की संभावना नहीं

नई दिल्ली, जनमुख न्यूज। सोने के वायदा भाव में लगातार चौथे कारोबारी सत्र में तेजी जारी रहने के चलते और सुरक्षित निवेश की निरंतर मांग के चलते २,०४८ रुपये की तेजी के साथ सोना १,००,००० रुपये प्रति १० ग्राम के नए उच्च स्तर पर पहुंच गया है। हम आपको बता दें कि वैश्विक व्यापार युद्ध की आशंकाओं के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फेडरल रिजर्व में सुधार की योजना के संकेत दिए जाने के बाद निवेशकों ने सुरक्षित निवेश की ओर रुख किया। विश्लेषकों ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा फेडरल रिजर्व में सुधार की योजना का खुलासा करने के बाद अमेरिकी मौद्रिक नीति को लेकर चिंताओं के कारण सोने में उछाल आया।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक (जिंस) सौमिल गांधी के मुताबिक, १९९० में सोने की कीमत ३,२०० रुपये प्रति १० ग्राम थी और अगर २०२४ के अंत में कीमत देखें तो यह ७७,९१३ रुपये प्रति १० ग्राम थी। उन्होंने कहा, ‘अगर हम पिछले ३४ साल की सालाना वृद्धि रिटर्न की गणना करें, तो यह लगभग ९.८० प्रतिशत होता है, और… २०२५ की शुरुआत से २१ अप्रैल तक सोने का प्रदर्शन, इसने लगभग २६.२० प्रतिशत रिटर्न दिया है।’
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सोने का अगस्त डिलीवरी अनुबंध मध्य सत्र के कारोबार में २,०४८ रुपये यानी २.१ प्रतिशत उछलकर १,००,००० रुपये प्रति १० ग्राम के नए शिखर पर पहुंच गया। बाद में, सोना १,८३८ रुपये यानी १.८८ प्रतिशत की तेजी के साथ ९९,७९० रुपये प्रति १० ग्राम पर कारोबार कर रही था, जिसमें २,४९२ लॉट के लिए ओपन इंटरेस्ट था। इसके अलावा, एमसीएक्स पर अक्टूबर अनुबंध २,०१६ रुपये यानी २.०४ प्रतिशत उछलकर १,००,५०० रुपये प्रति १० ग्राम के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया। इस बीच, सबसे अधिक कारोबार वाला जून अनुबंध २,०७९ रुपये यानी २.१४ प्रतिशत बढ़कर ९९,३५८ रुपये प्रति १० ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोना वायदा ८३.७६ डॉलर प्रति औंस या २.४४ प्रतिशत उछलकर ३,५०९.०६ डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया। बाद में यह रिकॉर्ड स्तर से नीचे आ गया और ६५.९५ डॉलर या १.९३ प्रतिशत की बढ़त के साथ ३,४९१.२५ डॉलर प्रति औंस पर आ गया।
मेहता इक्विटीज लिमिटेड के जिंस के उपाध्यक्ष राहुल कलंत्री ने कहा, ‘अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोने की कीमतें पहली बार ३,५०० डॉलर प्रति औंस के स्तर को पार कर गर्इं और घरेलू बाजारों में भी ९७,००० के स्तर को पार कर गर्इं।

