काशी में चैत्र नवरात्रि का भव्य शुभारंभ: श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़, गूंजे जयकारे

वाराणसी, जनमुख न्यूज़। बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में चैत्र नवरात्रि के पहले दिन श्रद्धा और भक्ति की अनूठी छटा देखने को मिली। रविवार को सूर्योदय के साथ ही श्रद्धालुओं ने नवरात्रि व्रत का शुभारंभ किया। मंदिरों में भव्य सजावट और भक्तों की लंबी कतारों के बीच जयकारों की गूंज सुनाई दी।
मंदिरों में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब
काशी विश्वनाथ मंदिर, दुर्गाकुंड माता मंदिर, विशालाक्षी देवी मंदिर, मां अन्नपूर्णा देवी मंदिर और शैलपुत्री देवी मंदिर समेत शहर के प्रमुख देवी मंदिरों में भक्तों का तांता लगा रहा। भोर में मां शैलपुत्री का विशेष श्रृंगार किया गया और मंगला आरती के दर्शन के लिए सैकड़ों भक्त जुटे।
वरुणा नदी के किनारे स्थित शैलपुत्री मंदिर में श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुंचे। सुबह तीन बजे से ही दुर्गाकुंड मंदिर से लेकर अन्नपूर्णा देवी मंदिर तक भक्तों की लंबी कतारें देखने को मिलीं। श्रद्धालुओं ने माता को लाल फूल और चुनरी अर्पित कर अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति की प्रार्थना की।
घरों और मोहल्लों में नवरात्रि अनुष्ठान की शुरुआत
ज्योतिषाचार्य विनय पाण्डेय के अनुसार, नवरात्रि के पहले दिन सूर्योदय से दोपहर 2 बजे तक कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त था। भक्तों ने अपने घरों में विधि-विधान से कलश स्थापित कर मां दुर्गा का आह्वान किया। मंदिरों के अलावा मोहल्लों में भी भक्तों ने मां के दर्शन कर सुख-समृद्धि की कामना की।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
नवरात्रि के पहले दिन श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल के निर्देश पर काशी के सभी प्रमुख मंदिरों में बैरिकेडिंग लगाई गई है। पुलिसकर्मी और मंदिर प्रशासन मिलकर श्रद्धालुओं को सुचारू रूप से दर्शन करवा रहे हैं।
दुर्गाकुंड, नौ दुर्गा मंदिर, महिषासुर मर्दिनी मंदिर, कमच्छा स्थित कामाख्या देवी मंदिर और बड़ी शीतला मंदिर में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। श्रद्धालुओं को सतर्क रहने और अपने सामान की सुरक्षा के लिए जागरूक किया जा रहा है।
मां शैलपुत्री के दर्शन से मनोकामनाएं होंगी पूर्ण
मान्यता है कि नवरात्रि के दौरान शैलपुत्री मंदिर में दर्शन करने और यज्ञ करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इस मंदिर में विशेष रूप से वे महिलाएं पहुंचती हैं जो अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं। मां शैलपुत्री का आशीर्वाद प्राप्त कर वे अपने पति की दीर्घायु की प्रार्थना करती हैं।
चैत्र नवरात्रि के पहले दिन की यह भव्य शुरुआत अगले नौ दिनों तक श्रद्धा, भक्ति और उत्साह के साथ जारी रहेगी।

