हरियाणा कांग्रेस ने 11 साल बाद घोषित किए 32 जिलाध्यक्ष, हुड्डा गुट का दबदबा

चण्डीगढ़, जनमुख न्यूज़। लंबे इंतजार के बाद कांग्रेस ने मंगलवार देर रात हरियाणा में 32 जिलाध्यक्षों की घोषणा कर दी। 11 साल बाद जारी हुई इस सूची में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का वर्चस्व साफ नजर आया है—32 में से 22 जिलाध्यक्ष उनके समर्थकों में से हैं। बाकी में सात सांसद कुमारी सैलजा, एक रणदीप सुरजेवाला और दो कैप्टन अजय यादव खेमे से जुड़े हैं। पानीपत शहरी जिलाध्यक्ष की नियुक्ति फिलहाल टाल दी गई है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल द्वारा जारी सूची के मुताबिक, अंबाला कैंट में परविंदर परी, अंबाला सिटी में पवन अग्रवाल, अंबाला ग्रामीण में दुष्यंत चौहान, भिवानी ग्रामीण में अनिरुद्ध चौधरी, भिवानी शहर में प्रदीप गुलिया, चरखी दादरी में सुशील धानक, फरीदाबाद में बलजीत कौशिक, फतेहाबाद में अरविंद शर्मा, गुरुग्राम ग्रामीण में वर्धन यादव, गुरुग्राम शहरी में पंकज डावर, हिसार ग्रामीण में लाल बहादुर खोवाल, हिसार शहरी में बजरंग दास गर्ग, झज्जर में संजय यादव, जींद में रिषी पाल, कैथल में रामचंद्र गुर्जर, करनाल ग्रामीण में राजेश वैद्य, करनाल शहरी में पराग गाबा, कुरुक्षेत्र में मेवा सिंह, महेंद्रगढ़ में सत्यवीर यादव, मेवात में शाहिदा खान, पलवल में नेत्रपाल अधाना, पंचकूला में संजय राणा, पानीपत ग्रामीण में रमेश मलिक, रेवाड़ी ग्रामीण में सुभाष चंद चावड़ी, रेवाड़ी शहरी में प्रवीण चौधरी, रोहतक ग्रामीण में बलवान सिंह रंगा, रोहतक शहरी में कुलदीप सिंह, सिरसा में संतोष बेनीवाल, सोनीपत ग्रामीण में संजीव कुमार दहिया, सोनीपत शहरी में कमल दीवान, यमुनानगर ग्रामीण में नरपाल सिंह और यमुनानगर शहरी में देवेंद्र सिंह को जिलाध्यक्ष बनाया गया है।
सूची में संतोष बेनीवाल (सिरसा) एकमात्र महिला जिलाध्यक्ष हैं, जबकि शाहिदा खान (मेवात) एकमात्र मुस्लिम नेता हैं जिन्हें जिला अध्यक्ष पद मिला है। कांग्रेस ने सोशल इंजीनियरिंग का संतुलन भी साधा है—10 ओबीसी, 5 एससी, 6 जाट, 3 वैश्य, 2 ब्राह्मण, 2 राजपूत, 2 पंजाबी, 1 मुस्लिम और 1 सिख समुदाय से जिलाध्यक्ष बनाए गए हैं।
सूची में चार ऐसे नेताओं को भी जगह दी गई है जो 2024 विधानसभा चुनाव में हार चुके हैं, जिनमें परविंदर परी, अनिरुद्ध चौधरी, वर्धन यादव और मेवा सिंह शामिल हैं।

