हरियाणा चुनाव कुमारी शैलजा ने कांग्रेस के प्रचार से क्यों बनाई दूरी

नई दिल्ली,जनमुख न्यूज। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और सिरसा से सांसद कुमारी शैलजा पिछले तीन दिनों से हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के प्रचार अभियान से दूर हैं। ऐसे में उनकी नाराजगी की चर्चा तेज हो गई है। अगर वह सच में नाराज हैं तो इसे चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा सकता है। आपको बता दें कि पार्टी में सबसे वरिष्ठ दलित चेहरों में से एक कुमारी शैलजा राज्य के कई विधानसभा क्षेत्रों में प्रभाव रखती हैं। कुमारी शैलजा को लेकर फिलहाल पार्टी कार्यकर्तों में भी भ्रम दिखाई दे रहा है। कुमारी शैलजा के समर्थकों के साथ-साथ दलित समाज में भी आक्रोश फैल रहा है। दावा किया जा रहा है कि टिकट आवंटन के दौरान हुई अनदेखी और अभद्र टिप्पणियों की वजह से कुमारी सैलजा नाराज हैं। इसी कारण वह कांग्रेस उम्मीदवारों के प्रचार से दूर रह रही हैं। कुमारी सैलजा की नाराजगी की वजह एक यह भी है कि टिकट आवंटन में भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को ज्यादा महत्व दिया गया। उनके करीबियों को टिकट नहीं दी गई है। आरोप लग रहा कि हुड्डा के करीबियों ९० में से ७२ सीटों पर टिकट दिया गया है। शैलजा जो कांग्रेस की महासचिव भी हैं। बुधवार को पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा घोषणापत्र के लॉन्च में शामिल नहीं हुर्इं और हाल ही में जमीन पर प्रचार भी नहीं कर रही हैं। इसके अलावा, एक्स पर सक्रिय रहने के लिए मशहूर शैलजा ने पिछले तीन दिनों में केवल दो बार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया है। उन्होंने १८ सितंबर को कांग्रेस द्वारा हरियाणा के लिए सात गारंटी का स्क्रीनशॉट और एक दिन बाद बिहार में दलितों के घरों में आगजनी की घटनाओं का एक वीडियो पोस्ट किया। उन्होंने १९ सितंबर की अपनी पोस्ट में लिखा बिहार के नवादा में ८० दलितों के घरों में आगजनी और गोलीबारी की घटना दर्शाती है कि आज भी दलित समाज में हाशिए पर हैं।

