पटना में हाईप्रोफाइल मर्डर: उद्योगपति गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या, पुलिस पर लापरवाही के आरोप

पटना,जनमुख न्यूज़। बिहार की राजधानी पटना में शुक्रवार देर रात शहर के प्रतिष्ठित उद्योगपति गोपाल खेमका की अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। यह सनसनीखेज वारदात गांधी मैदान थाना क्षेत्र के होटल पनाश के पास उनके अपार्टमेंट के गेट पर हुई, जब वे रोज की तरह पटना क्लब से लौट रहे थे।
बताया जा रहा है कि जैसे ही गोपाल खेमका अपनी कार से उतरकर घर के अंदर जा रहे थे, तभी पहले से घात लगाए अपराधियों ने बेहद करीब से उन्हें गोली मार दी। घटना रात करीब 11:30 बजे की है। परिजनों ने उन्हें तत्काल पास के निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
गोपाल खेमका बिहार के चर्चित व्यवसायियों में से एक थे और एक समय मगध हॉस्पिटल के मालिक भी रह चुके थे। राजनीतिक रूप से वे भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा से जुड़े माने जाते थे। इस घटना ने लोगों को छह साल पुरानी उस वारदात की याद दिला दी, जब उनके बेटे गुंजन खेमका की वैशाली जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
परिजनों का आरोप है कि घटना की जानकारी देने के बावजूद पुलिस करीब डेढ़ घंटे बाद मौके पर पहुंची। उन्होंने पुलिस पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया और कहा कि सरेआम हत्या के बाद भी प्रशासन की प्रतिक्रिया बेहद धीमी और असंवेदनशील रही। मृतक के भाई संतोष खेमका ने बताया कि घटनास्थल पर कई कारतूस के खोखे मिले, जिन्हें केवल ईंटों और बल्लियों से घेर दिया गया था।
इस दौरान मौके पर निर्दलीय सांसद पप्पू यादव सबसे पहले पहुंचे और उन्होंने भी पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा, “खेमका परिवार एक बार फिर अपराध का शिकार बना है। यह इलाका थाना से महज 300 मीटर की दूरी पर है, जहां अपराधी आराम से आते हैं, हत्या करते हैं और फरार हो जाते हैं। आखिर बिहार में यह क्या हो रहा है?”
घटनास्थल पर धीरे-धीरे शहर के अन्य उद्योगपति और कारोबारी भी जमा हो गए। उद्योग जगत में भय और आक्रोश का माहौल है। शव को देर रात घर लाया गया, लेकिन पोस्टमार्टम सुबह किया जाएगा।
इस बीच सिटी एसपी (मध्य) दीक्षा कुमारी ने बताया कि गोली बेहद नजदीक से मारी गई, जिससे मौके पर ही मृत्यु हो गई। पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है और उन्होंने भरोसा दिलाया कि अपराधियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
यह वारदात एक बार फिर बिहार की कानून-व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर रही है।

