पिछले पांच वर्षों में सीबीआई ने 134 भगोड़ों को वापस लाया, 2025 में अब तक 23 गिरफ्तारियां

नई दिल्ली, जनमुख न्यूज़। पिछले पांच वर्षों में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने 134 भगोड़ों को विदेशों से भारत वापस लाने में सफलता हासिल की है। यह आंकड़ा 2010 से 2019 के बीच के पूरे दशक में देश वापस लाए गए कुल 74 भगोड़ों की तुलना में लगभग दोगुना है। अधिकारियों के अनुसार, अकेले वर्ष 2025 में अब तक 23 भगोड़ों को वापस लाया जा चुका है।
सीबीआई ने यह उपलब्धि इंटरपोल के साथ समन्वय और राज्य व केंद्रीय प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर की गई सघन कार्रवाई के चलते हासिल की है। इस समन्वित प्रयास के तहत 2020 से अब तक कुल 134 भगोड़ों का प्रत्यर्पण या निर्वासन सुनिश्चित किया गया।
एजेंसी ने अपने नवीन डिजिटल पोर्टल “भारतपोल” के माध्यम से इंटरपोल के साथ संपर्क को और अधिक सुगम बनाया है। यह प्लेटफॉर्म देश की पुलिस एजेंसियों को सीधे सीबीआई के जरिए इंटरपोल से जोड़ता है, जिससे भगोड़ों की पहचान और प्रत्यर्पण प्रक्रिया में तेजी आई है। नतीजतन, रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की प्रक्रिया में लगने वाला औसत समय अब छह महीने से घटकर तीन महीने रह गया है।
हाल ही में सीबीआई ने अमेरिका में नीरव मोदी के भाई नेहल मोदी को गिरफ्तार करवाया, जो पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में आरोपी है। साथ ही वर्ष 1999 से फरार आर्थिक अपराधी मोनिका कपूर को भी अमेरिका से प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया। सीबीआई ने साइबर अपराधियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की है।
देश से भागे अपराधियों को वापस लाने के लिए सीबीआई द्वारा ‘ऑपरेशन त्रिशूल’ नामक विशेष अभियान भी चलाया जा रहा है, जिसके तहत भगोड़ों की धरपकड़ में निरंतर प्रगति हो रही है।

