भारत-अमेरिका के बीच २०३० तक व्यापार को दुगना करने का संकल्प

नई दिल्ली, जनमुख न्यूज। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच गुरुवार को हुई बातचीत में कई अहम पैâसले लिए गए। दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों की मीटिंग के बाद पत्रकार में पीएम और राष्ट्रपति ट्रम्प ने बताया कि दोनों देशों ने वर्ष २०३० तक द्विपक्षीय व्यापार को ५०० बिलियन अमेरिकी डॉलर तक बढ़ाने का गंभीर लक्ष्य निर्धारित किया। पीएम मोदी ने कहा कि हमारी टीमें जल्द ही एक पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने पर काम करेंगी।’
पीएम मोदी ने अमेरिका के साथ तेल और गैस वार्ता के बारे में बात की, क्योंकि यह भारत के लिए ऊर्जा सुरक्षा और ऊर्जा बुनियादी ढांचे में निवेश से संबंधित है। उन्होंने परमाणु ऊर्जा सहयोग, विशेष रूप से छोटे मॉड्यूलर रिएक्टरों के बारे में भी विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि भारत की रक्षा तैयारियों में अमेरिका की महत्वपूर्ण भूमिका है। आने वाले दिनों में, नई तकनीक और उपकरण हमारी क्षमता को बढ़ाएँगे।’
प्रधानमंत्री मोदी ने पुष्टि की कि आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए दोनों देशों द्वारा एक समग्र व्यापार समझौते पर बातचीत की जा रही है। उन्होंने कहा कि हम आने वाले दिनों में एक पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार समझौते को पूरा करने के लिए प्रयास कर रहे हैं।
मेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ अपनी बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि भारत अपने नागरिकों को वापस लेने के लिए तैयार है, अगर वे अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे हैं और मानव तस्करी के ‘पारिस्थितिकी तंत्र’ को खत्म करने की जरूरत पर जोर दिया। पीएम मोदी ने यह भी विश्वास जताया कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस पारिस्थितिकी तंत्र को खत्म करने में भारत के साथ पूरा सहयोग करेंगे। जो लोग दूसरे देशों में अवैध रूप से रहते हैं, उन्हें वहां रहने का कोई कानूनी अधिकार नहीं है। जहां तक भारत और अमेरिका का सवाल है, हमने हमेशा कहा है कि जो लोग सत्यापित हैं और वास्तव में भारत के नागरिक हैं – अगर वे अमेरिका में अवैध रूप से रहते हैं, तो भारत उन्हें वापस लेने के लिए तैयार
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने में अमेरिका में भारतीय समुदाय की भूमिका की सराहना की और घोषणा की कि भारत लॉस एंजिल्स और बोस्टन में दो नए वाणिज्य दूतावास खोलेगा।
उन्होंने कहा, ‘भारत में रहने वाला भारतीय समुदाय हमारे रिश्तों की एक महत्वपूर्ण कड़ी है… लोगों के बीच आपसी संबंधों को बढ़ाने के लिए हम जल्द ही लॉस एंजिल्स और बोस्टन में अपने वाणिज्य दूतावास खोलेंगे। हमने अमेरिका के विश्वविद्यालयों को भारत में अपतटीय परिसर खोलने के लिए आमंत्रित किया है।’
उन्होंने २६/११ हमले के आरोपी तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण को मंजूरी देने के लिए राष्ट्रपति ट्रंप को धन्यवाद भी दिया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत और अमेरिका एक साथ रहे हैं। हम इस बात पर सहमत हैं कि सीमा के दूसरी तरफ से पैदा होने वाले आतंकवाद को खत्म करने के लिए ठोस कार्रवाई की जानी चाहिए। मैं राष्ट्रपति का आभारी हूं कि उन्होंने २००८ में भारत में नरसंहार करने वाले एक अपराधी को भारत प्रत्यर्पित करने का फैसला किया है। भारत की अदालतें उचित कार्रवाई करेंगी।’ प्रधानमंत्री ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि बनाए रखने में क्वाड की भूमिका की भी पुष्टि की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और अमेरिका की साझेदारी लोकतंत्र और लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करती है। हम हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि बनाए रखने के लिए मिलकर काम करेंगे। इसमें क्वाड की अहम भूमिका होगी। इस बार भारत क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने जा रहा है – हम इस दौरान अपने साझेदार देशों के साथ नए क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाएंगे। भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे (आईएमईसी) और इजरायल, संयुक्त अरब अमीरात और संयुक्त राज्य अमेरिका (आई२यू२) में हम आर्थिक गलियारे और व्यापार बुनियादी ढांचे के लिए मिलकर काम करेंगे।’
ट्रंप ने क्वाड साझेदारी के लिए अमेरिका की प्रतिबद्धता को भी दोहराया। ट्रंप ने आगे कहा कि २०१७ में मेरे प्रशासन ने क्वाड सुरक्षा साझेदारी को पुनर्जीवित और पुनर्जीवित किया…प्रधानमंत्री और मैं संयुक्त राज्य अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान के बीच मजबूत सहयोग की पुष्टि करते हैं और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, समृद्धि और स्थिरता बनाए रखना वास्तव में महत्वपूर्ण है।’
पीएम मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप को भारत आने का निमंत्रण भी दिया। उन्होंने कहा कि भारत के लोग आज भी आपकी (राष्ट्रपति ट्रंप) २०२० की यात्रा को याद करते हैं और उन्हें उम्मीद है कि आप उनसे फिर मिलेंगे। भारत के १४० करोड़ लोगों की ओर से मैं आपको भारत आने का निमंत्रण देता हूं।’
पीएम मोदी के अमेरिका दौरे पर दोनों देशों के बीच रक्षा क्षेत्र में कई अहम समझौते हुए, जिनमें दोनों देशों के बीच एक 10 साल का फ्रेमवर्क बनाने पर सहमति बनी, जिससे दोनों देशों के बीच रक्षा साझेदारी को बढ़ाया जाएगा। इसके तहत भारत, अमेरिका से जेवलिन एंटी टैंक मिसाइलें, स्ट्राइकर आर्म्ड लड़ाकू वाहन और पी81 नौसैनिक सर्विलांस विमानों की खरीद करेगा। साथ ही इंटरनेशनल ट्रैफिक इन आर्म्स रेगुलेशंस की भी समीक्षा की जाएगी, जिससे दोनों देशों के बीच तकनीकी स्थानांतरण और रक्षा उपकरणों की सप्लाई हो सके।

