काशी में वकीलों से चर्चा कर बनाया सुप्रीम कोर्ट सा पंडाल

वाराणसी, जनमुख न्यूज । माननीय न्यायाधीश महोदया माता जगदंबा पधार रही हैं। माता जगदंबा की जय। मां जगदंबा-केस की फाइल पेश की जाए। कार्तिकय जी-माननीय न्यायाधीश महोदया को मेरा प्रणाम। मां जगदंबा-कोर्ट की कार्यवाही शुरू की जाए। जी यह किसी कोर्ट के संवाद नहीं हैं। यह सभी संवाद अर्दली बाजार के पूजा पंडाल में श्रद्धालुओं को सुनने को मिलेंगे।अर्दली बाजार के जय माता दी स्पोर्टिंग क्लब के पूजा पंडाल को इस बार सुप्रीम कोर्ट का स्वरूप दिया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट में मां दुर्गा मुख्य न्यायाधीश के रूप में महिषासुर को फांसी की सजा सुनाएंगी। वकीलों से सलाह लेने के बाद पूजा समिति ने लाइट एंड साउंड शो का पूरा संवाद तैयार कराया है। पूरे पंडाल को अदालत का रूप दिया जा रहा है और साइड वाल में कोर्ट की तस्वीरें लगाई जा रही हैं।मां सरस्वती और भगवान गणेश जूनियर जज के रूप में नजर आएंगे। भगवान कार्तिकय वकील के रूप में बहस करेंगे।इसके अलावा दूसरी सभी मूर्तियों को जज की वेशभूषा में सजाया जा रहा है। छह मिनट के शो के दौरान समाज में महिलाओं के साथ गलत व्यवहार करने वाले महिषासुर को फांसी की सजा सुनाएंगी और उसे पंडाल में ही फांसी पर लटकाया जाएगा। ४० फीट ऊंचे और २० फीट लंबे पंडाल में सभी मूर्तियां स्वचालित रहेंगी। पूजा समिति के मिहिर ने बताया कि इस बार हम लोग पूजा पंडाल के जरिए महिला सशक्तिकरण का संदेश देंगे।

