मालदीव दौरे पर पीएम मोदी ने राष्ट्रपति मुइज्जू से की मुलाकात, साझेदारी और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने पर जोर

नई दिल्ली जनमुख न्यूज़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों अपने दो दिवसीय दौरे पर मालदीव में हैं, जहां उन्होंने राजधानी माले स्थित राष्ट्रपति कार्यालय में मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू से मुलाकात की। यह दौरा भारत और मालदीव के बीच आर्थिक, सामरिक और सांस्कृतिक संबंधों को और अधिक सुदृढ़ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
दोनों नेताओं ने ‘नेबरहुड फर्स्ट’ नीति और ‘विजन सागर’ (Security and Growth for All in the Region) के तहत आपसी सहयोग को गहराने पर चर्चा की। इस अवसर पर राष्ट्रपति मुइज्जू ने प्रधानमंत्री मोदी के सम्मान में एक भव्य रात्रिभोज का आयोजन भी किया।
राष्ट्रपति मुइज्जू ने भारत को मालदीव का सबसे करीबी और भरोसेमंद साझेदार बताते हुए दोनों देशों के बीच सदियों पुराने सांस्कृतिक, सामाजिक और समुद्री रिश्तों की सराहना की। उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य और व्यापार के लिए मालदीव के लोग आज भी भारत पर भरोसा करते हैं, वहीं भारतीय प्रवासी मालदीव की अर्थव्यवस्था और समाज में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
अपने संबोधन में मुइज्जू ने प्रधानमंत्री मोदी को भारत के दूसरे सबसे लंबे कार्यकाल वाले प्रधानमंत्री बनने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि 4,078 दिनों तक निरंतर सेवा करना पीएम मोदी की जनसेवा और भारत की प्रगति के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
मुइज्जू ने यह भी बताया कि उनकी सरकार एक समावेशी, डिजिटल और युवा-सशक्तिकरण आधारित अर्थव्यवस्था की दिशा में कार्य कर रही है, जिसमें भारत की भागीदारी बेहद महत्वपूर्ण है।
इस मौके पर भारत-मालदीव कूटनीतिक संबंधों के 60 वर्ष पूरे होने पर एक विशेष डाक टिकट भी जारी किया गया। इस टिकट में केरल की पारंपरिक ‘उरु’ नौका और मालदीव की ‘वधू धोनी’ को दर्शाया गया है, जो हिंद महासागर क्षेत्र की साझा व्यापारिक और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने भी अपने दौरे को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भावनाएं साझा करते हुए लिखा कि भारत और मालदीव की गहरी मित्रता का यह एक ऐतिहासिक प्रतीक है। उन्होंने कहा कि समय के साथ यह संबंध और मजबूत हुआ है, जो दोनों देशों के नागरिकों को लाभ पहुंचा रहा है।

