पीएम कार्यालय प्रदर्शन करने जा रहे विपक्षी नेता रोके गए, पुलिस से हुई नोंक-झोंक

वाराणसी, जनमुख न्यूज। विभिन्न मांगों को लेकर कांग्रेस, सपा समेत इंडिया गठबंधन में शामिल विपक्षी दलों ने आज मार्च निकाल कर पीएम कार्यालय जाकर प्रदर्शन की कोशिश की लेकिन पुलिस ने विपक्षी नेताओं और कार्यकर्ताओं को काफी पहले ही रोक दिया। इस दौरान पुलिस के साथ विपक्षी नेताओं की नोंक-झोंक भी हुई जिससे कुछ देर हंगामें की स्थिति उत्पन्न्न हो गयी। गुरुवार को जनसभा की। फिर पीएम के संसदीय कार्यालय तक मार्च किया। पीएम कार्यालय के पहले ही पुलिस ने प्रदर्शनकारी राजनेताओं को रोक दिया तो हंगामा हो गया। नेताओं और पुलिस के बीच काफी कहासुनी हो गई।
पूर्व निर्धारित कार्यव्रâम के अनुसार महात्मा गांधी के शहादत दिवस के अवसर पर छात्रों, किसानों, बुनकरों, महिलाओं और दलित समाज के साथ हो रहे अन्याय, उत्पीड़न व शोषण के खिलाफ रविंद्रपुरी स्थित बाबा भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर कांग्रेस और सपा समेत सभी विपक्षी नेता एकत्रित हुए। सबसे पहले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और बाबा साहब को माल्यार्पण किया गया। इसके बाद समाज के विभिन्न वर्गों से जुड़ी समस्याओं की लगातार अनदेखी पर सवाल उठाए गए।
कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने कहा कि कि कांग्रेस समेत समूचा इंडी गठबंधन विपक्ष की भूमिका में सक्रिय है। वीवीआईपी शहर के नाम पर काशीवासियों की सुनवाई नहीं हो रही है। यूपी और दिल्ली की सरकार के दौर में बनारस में अधिकारियों मनमानी आम जनता के लिए परेशानी बन गई है। दहशत बनाकर लोकतांत्रिक आवाजों को कुचला जा रहा है। २०२४ के लोकसभा चुनाव के बाद डबल इंजन वाली सरकार राजनीतिक बदला ले रही है। जनता के अलग-अलग हिस्सों और समूचे राजनीतिक नागरिक विपक्ष को निशाने पर लिया जा रहा है। वहीं सत्ता के करीबी के लोग जमीन लूट समेत भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं। विपक्षी कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमों, बुलडोजर राजनीति, दमन और लूट खसोट जारी है।
अंबेडकर प्रतिमा के समक्ष सभा के विपक्षी नेताओं ने गुरुधाम स्थित प्रधानमंत्री के संसदीय कार्यालय तक मार्च शुरु किया। लेकिन पीए कार्यलय से काफी पहले विपक्षी नेताओं को पुलिस ने रोक दिया। कांग्रेस और सपा नेता पीएम के संसदीय कार्यालय जाने की जिद पर अड़े रहे। पुलिस और कार्यकर्ताओं में धक्का-मुक्की हुई, और काफी देर तक रस्साकशी चलती रही। इसे बाद कांग्रेस नेताओं ने एसीपी भेलूपुर को २६ सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा।


