काली जैकेट पहनकर पहुंचे विपक्षी सांसद, राहुल बोले- अडाणी की जांच नहीं करा सकते मोदी

नई दिल्ली, जनमुख न्यूज। संसद के शीतकालीन सत्र के आठवें दिन आज विपक्षी सांसद काली जैकेट पहनकर संसद पहुंचे और गली-गली में शोर है, मोदी-अडाणी चोर हैं के नारे लगाए। संसद की पिछली ७ कार्यवाहियों में संभल हिंसा, मणिपुर हिंसा, किसानों की मांग का मुद्दा और अडाणी मामला सबसे ज्यादा चर्चा में रहा।
विपक्षी सांसदों के साथ राहुल और प्रियंका गांधी भी शामिल हुए। विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी करते हुए ये भी कहा- ‘स्कूल देखो- अडाणी’, ‘सड़कें देखो- अडाणी’, ‘ऊपर देखो- अडाणी, नीचे देखो- अडाणी’ के नारे लगाए।
राहुल गांधी ने प्रदर्शन के दौरान कहा- आप (सरकार) कभी इन्वेस्टीगेशन कराओगे? आप करा सकते हो अपना ही इन्वेस्टीगेशन? मोदी जी, अडाणी जी की जांच नहीं करा सकते। क्योंकि मोदी, अडाणी की जांच कराएंगे तो अपनी ही जांच कराएंगे। मोदी और अडाणी दो नहीं, एक हैं।
किरेन रिजिजू ने कहा- हंगामा करने से वोट नहीं मिलेंगे
विपक्षी सांसदों के प्रदर्शन पर संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने लोकसभा में कहा- जहां तक जीरो अवर (शून्यकाल) का सवाल है, स्पीकर सर ने कहा था कि उनकी (विपक्ष) और इधर वालों (सत्ता पक्ष) दोनों की बात सुनेंगे। लेकिन वे रंग-बिरंगे कपड़े पहनकर सदन में आए। संसद के बाहर रंग-बिरंगे कपड़े पहनने का इन्होंने जो फैशन शो शुरू किया है, ये हमारी संसदीय गरिमा को गिराता है। अपोजिशन पार्टियों को ऐसा दुर्व्यवहार नहीं करना चाहिए। D
केरल से कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा कि आज लोकसभा में जो हुआ, वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण था। पार्टी नेताओं ने राहुल के संभल जाने से रोकने का मुद्दा उठाया। स्पीकर ने शून्यकाल में भाजपा के निशिकांत दुबे को बोलने की अनुमति दी। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया। संसद के इतिहास में इस तरह की भाषा का कभी इस्तेमाल नहीं हुआ।
राहुल गांधी पहले दिन से अडाणी का मुद्दा उठा रहे हैं और अडाणी के एजेंट राहुल को गालियां दे रहे हैं। अपमानजनक भाषा का प्रयोग करने वालों को माफी मांगनी चाहिए। स्पीकर इनके खिलाफ एक्शन लें।

