बेटे की गिरफ्तारी से नाराज परिवार का विधान भवन के सामने आत्मदाह प्रयास, पुलिस ने बचाया

लखनऊ, जनमुख न्यूज़। राजधानी में गुरुवार दोपहर उस समय अफरा-तफरी मच गई जब बाराबंकी के एक ही परिवार के आठ लोग विधान भवन के सामने आत्मदाह की कोशिश करने पहुंचे। इनमें से एक महिला ने खुद पर पेट्रोल भी डाल लिया था, लेकिन मौके पर तैनात आत्मदाह निरोधक दस्ते ने समय रहते सभी को पकड़ लिया और बड़ी घटना टल गई।
डीसीपी मध्य डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि बाराबंकी जिले के घुंघटेर बजगैनी निवासी जानकी प्रसाद अपने परिवार के साथ विधान भवन के गेट नंबर-4 पर पहुंचे थे। उनकी बहू रामदुलारी ने खुद पर पेट्रोल छिड़क लिया, लेकिन वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों और आत्मदाह निरोधक दस्ते ने तत्परता दिखाते हुए सभी को सुरक्षित पकड़ लिया। इसके बाद हजरतगंज पुलिस सभी को थाने ले गई।
जानकी प्रसाद ने पुलिस को बताया कि उनके बेटे संतोष को हत्या के एक मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। परिवार का आरोप है कि संतोष को झूठे आरोप में फंसाया गया है और उन्होंने इस संबंध में बाराबंकी पुलिस से कई बार शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसी के चलते वे न्याय की मांग को लेकर राजधानी पहुंचे थे।
आत्मदाह का प्रयास करने वालों में जानकी प्रसाद, उनकी पत्नी उर्मिला देवी, बहू रामदुलारी, अंकित, पुष्पा देवी, पूनम देवी, मड़ियांव निवासी पंकज और जानकीपुरम निवासी सरिता भारती शामिल थीं। बाद में बाराबंकी पुलिस पूरे परिवार को अपने साथ ले गई।
इस बीच बाराबंकी के एएसपी उत्तरी विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि यह मामला 20 जून को अरविंद लोध की हत्या से जुड़ा है। पुलिस जांच में सामने आया कि संतोष ने अपने साथी बृजेश कुमार के साथ मिलकर तार से गला कसकर अरविंद की हत्या की थी। हत्या की वजह संतोष और मृतक की चाची के बीच अवैध संबंध को बताया गया है।
पुलिस का कहना है कि इस मामले में पर्याप्त सबूतों के आधार पर गिरफ्तारी की गई है, जबकि परिजनों का दावा है कि उन्हें झूठा फंसाया गया है और वे न्याय की मांग कर रहे हैं।

