बंगाल में एसआईआर को लेकर सियासत गरमाई, ममता बनर्जी का आरोप—‘इलेक्शन कमीशन अब BJP कमीशन बन गया’

कोलकाता, जनमुख न्यूज़। विधानसभा चुनाव में अभी कुछ महीने बाकी हैं, लेकिन पश्चिम बंगाल में एसआईआर प्रक्रिया को लेकर राजनीतिक टकराव तेज हो गया है। इसी माहौल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को बोंगांव में एसआईआर विरोधी रैली को संबोधित किया। रैली में ममता ने भाजपा और चुनाव आयोग पर तीखा हमला बोला।
ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि भाजपा राजनीतिक रूप से उनका मुकाबला नहीं कर पा रही है, इसलिए संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने कहा, “अब इलेक्शन कमीशन निष्पक्ष नहीं रहा, यह भाजपा कमीशन बन गया है।”
उन्होंने सवाल उठाया कि भाजपा शासित राज्यों में एसआईआर प्रक्रिया का आयोजन क्या यह साबित करता है कि केंद्र सरकार खुद स्वीकार कर रही है कि वहां ‘घुसपैठिया’ मौजूद हैं? ममता ने कहा कि अगर वह बीरभूम में पैदा न होतीं, तो भाजपा उन्हें भी बांग्लादेशी कह देती।
हेलीकॉप्टर विवाद को लेकर भी उन्होंने भाजपा पर निशाना साधा। ममता ने बताया कि राज्य सरकार के किराए के हेलीकॉप्टर ने अचानक उड़ान भरने से मना कर दिया, जिसके बाद वे सड़क मार्ग से यात्रा कर कार्यक्रम में पहुंचीं। उन्होंने कहा कि रास्ते में लोगों से मिलकर उन्हें जनता की नब्ज और बेहतर समझने का मौका मिला।
भाषण में ममता ने दावा किया, “मैंने भाजपा से कहा है कि जिस खेल में मैं उतरूँगी, उसमें मुझे कोई छू नहीं सकता।”
एसआईआर (SIR) प्रक्रिया को लेकर उन्होंने कहा कि इसे पूरा होने में तीन साल लगते हैं, और 2002 में भी ऐसी ही प्रक्रिया अपनाई गई थी। उनका कहना था कि कोई भी वैध मतदाता सूची से बाहर नहीं होना चाहिए, लेकिन अब अचानक नियम बदलकर मतदाताओं को परेशान किया जा रहा है।
आधार कार्ड के ज़रिए पहचान सत्यापन पर भी उन्होंने सवाल उठाए और कहा कि लोगों का समय और पैसा दोनों बर्बाद हो रहे हैं।
ममता ने चेतावनी दी कि चुनाव आयोग को निष्पक्ष रहना चाहिए, क्योंकि लोकतंत्र किसी एक दल की जागीर नहीं है।

