नेपाल में उग्र प्रदर्शन के बीच प्रधानमंत्री ओली ने दिया इस्तीफ़ा, कई मंत्रियों ने भी छोड़ा पद

काठमांडू, जनमुख न्यूज़। नेपाल में भ्रष्टाचार विरोधी प्रदर्शनों के बीच हालात बिगड़ते देख प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया। राष्ट्रपति ने उनका त्यागपत्र स्वीकार कर लिया है। इससे पहले ओली ने हिंसक प्रदर्शनों को लेकर सर्वदलीय बैठक भी बुलाई थी।
प्रदर्शनकारियों ने काठमांडू और अन्य शहरों में कई जगह तोड़फोड़ और आगजनी की। भीड़ ने उपप्रधानमंत्री और वित्त मंत्री बिष्णु पौडेल, ऊर्जा मंत्री दीपक खड़का, सूचना मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग और पूर्व प्रधानमंत्री प्रचंड के घरों पर हमला किया। यहां तक कि प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति आवास तथा संसद भवन में भी आग लगा दी।
स्थिति बिगड़ने पर कई मंत्रियों और नेताओं ने इस्तीफ़ा दे दिया। कृषि एवं पशुधन विकास मंत्री रामनाथ अधिकारी ने दमनकारी नीतियों के विरोध में पद छोड़ते हुए कहा कि “देश लोकतंत्र नहीं, अधिनायकवाद की ओर बढ़ रहा है।” वहीं स्वास्थ्य मंत्री प्रदीप पौडेल ने भी फेसबुक पोस्ट के जरिए इस्तीफ़ा देकर लिखा कि “बेहतर भविष्य मांगने वाले युवाओं पर गोली चलाना उचित नहीं है।”
हिंसक प्रदर्शनों के कारण त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। धुएं और सुरक्षा कारणों से चालक दल हवाई अड्डे तक नहीं पहुंच सका।
तेज़ी से बिगड़ते हालात के बीच सरकार ने सोशल मीडिया पर लगाया गया प्रतिबंध हटा लिया, लेकिन इसके बावजूद ‘जेनरेशन-ज़ेड’ से जुड़े हज़ारों युवा फिर से सड़कों पर उतर आए और सरकार के खिलाफ नारेबाज़ी की। उनका कहना है कि भ्रष्टाचार, अन्याय और दमन के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी।

