छोटू हत्याकांड का मुख्य आरोपी रितेश मुठभेड़ में गिरफ्तार, पुलिस आरक्षी भी घायल

चंदौली, जनमुख न्यूज़। सैयदराजा थाना क्षेत्र के काजीपुर में 23 नवंबर की रात हुए छोटू सिंह हत्याकांड के मुख्य आरोपी रितेश का पुलिस से सामना शनिवार देर रात हो गया। रात करीब दो बजे हुए मुठभेड़ में पुलिस की जवाबी कार्रवाई के दौरान रितेश के पैर में गोली लगी, जबकि अभियुक्त की ओर से की गई फायरिंग में आरक्षी विष्णु दत्त प्रजापति के हाथ को छूते हुए गोली निकल गई। दोनों को तुरंत बरहनी सीएचसी ले जाया गया, जहां से रितेश को वाराणसी ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया। आरक्षी का इलाज सीएचसी में जारी है।
छोटू सिंह (21) की हत्या 23 नवंबर को उस समय हुई थी जब वह अपने भाई विनायक के साथ बाइक से गुजर रहा था। रास्ते में काजीपुर निवासी विनय और उसके भाई से विवाद के बाद दोनों भाइयों ने उनकी पिटाई कर दी। इससे बौखलाए विनय ने बदला लेने के लिए छह साथियों के साथ साजिश रची और शराब दुकान पर चखना विक्रेता दिलीप से छोटू की लोकेशन देने को कहा।
रात करीब 11:30 बजे छोटू के पहुंचते ही विनय और उसके साथियों ने लाठी-डंडे और शराब की बोतलों से हमला कर उसकी हत्या कर दी। घटना के बाद पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। इनमें दिलीप, अमित कुमार, मनीष कुमार, विमलेश कुमार और विजय शामिल थे। इनकी निशानदेही पर पुलिस ने घटनास्थल से लाठी और टूटे बोतलों के टुकड़े भी बरामद किए थे। मुख्य आरोपी रितेश तबसे फरार चल रहा था।
शनिवार की रात पुलिस को सूचना मिली कि रितेश भागने की कोशिश में रेलवे स्टेशन की दिशा में देखा गया है। इस पर सैयदराजा और चंदौली पुलिस ने कल्याणपुर के पास घेराबंदी की। खुद को बचाने के लिए रितेश ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें एक गोली आरक्षी विष्णु दत्त को छूकर निकल गई। जवाबी कार्रवाई में आरोपी घायल हो गया और सैयदराजा रेलवे स्टेशन ओवरब्रिज के पास उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसके पास से एक तमंचा और दो जिंदा कारतूस बरामद हुए।
सीओ सदर देवेंद्र कुमार ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी से हत्याकांड की कार्रवाई लगभग पूरी हो चुकी है। उन्होंने कहा कि शांति व्यवस्था भंग करने वालों के खिलाफ पुलिस की सख्त कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।

