‘शीश महल’ बनाम ‘राजमहल’ विवाद, धरने पर बैठे संजय सिंह और सौरभ भारद्वाज

नई दिल्ली, जनमुख न्यूज। दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान सियासी जंग तेज हो गयी है। दिल्ली की सभी ७० विधानसभा सीटों के लिए ५ फरवरी को एक चरण में चुनाव होगा और नतीजे ८ फरवरी को आएंगे। इस बीच दिल्ली में केजरीवाल के बनाए गए मकान को ‘शीशमहल’ बता कर भाजपा द्वारा लगातार आम आदमी पार्टी को घेरने की कोशिश के बीच आज आम आदमी पार्टी ने आक्रामक रुख अपनाते हुऐ भाजपा को चुनौती दी कि वह २७०० करोड़ रुपये में बने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आलीशान ‘राजमहल’ को दिखाए। आप सांसद संजय सिंह ने भाजपा से मांग की है कि वह पीएम का राजमहल दिखाएं। इसके साथ ही दिल्ली में ‘शीशमहल’ बनाम ‘राजमहल’ विवाद खड़ा हो गया है।
आप द्वारा ‘शीशमहल’ के आरोपों के जवाब में अब ‘राजमहल’ के नाम पर चुनौती दी गयी है। इसके साथ ही आज आप नेता संजय सिंह और सौरभ भारद्वाज मीडिया के साथ दिल्ली सीएम आवास के बाहर पहुंचे हैं। सीएम आवास के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। आप नेताओं को सीएम आवास में जाने से पुलिस ने रोक दिया है। दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज और आप सांसद संजय सिंह की मुख्यमंत्री आवास के बाहर तैनात पुलिसकर्मियों के साथ तीखी नोकझोंक हुई। मुख्यमंत्री आवास के बाहर पुलिस बैरिकेडिंग लगा दी गई है और भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया है। आप नेता संजय सिंह और सौरभ भारद्वाज धरने पर बैठ गए। संजय सिंह का कहना है कि वे मीडिया को मुख्यमंत्री आवास दिखाएंगे और फिर उसके बाद प्रधानमंत्री का आवास देखने जाएंगे।
संजय सिंह का आरोप है कि पीएम मोदी के २,७०० करोड़ रुपये में बने राजमहल में ३०० करोड़ की कालीन बिछी हुई है, २०० करोड़ का झूमर लगा है और वह १०-१० लाख के पेन, ६,७०० जोड़ी जूते व ५,००० सूट का इस्तेमाल करते हैं। हम यह चाहते हैं कि दिल्ली और देश के लोगों को सच्चाई पता पता चले।
वहीं, दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि ‘मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री आवास सरकारी पैसे से बने हैं तो आज मीडिया के जरिए लोगों को दोनों भवनों के दर्शन करवा दिए जाएं। भाजपा का दावा था कि (दिल्ली के)मुख्यमंत्री आवास पर एक स्वीमिंग पूल है, शराब का बार बना हुआ है, सोने का शौचालय बना हुआ है तो चलिए ढ़ूंढ़ा जाए। केंद्र सरकार और भाजपा को तो खुश होना चाहिए कि हम अपनी पोल खुद खोलने जा रहे हैं। अब भाजपा क्यों घबरा रही है? शायद इसलिए घबरा रही है क्योंकि फिर उन्हें प्रधानमंत्री आवास दिखाना पड़ जाएगा।’
उन्होंने कहा कि ‘पीएम और सीएम दोनों के आवास कोविड के समय में बनाए गए थे, दोनों आवास सरकारी आवास हैं न कि निजी। दोनों आवास करदाताओं के पैसे से बनाए गए हैं और इसलिए हमें लगता है कि भाजपा को पीएम आवास में मीडिया की मौजूदगी से कोई समस्या नहीं होगी।’


