किश्तवाड़ के चिशोती गांव में बादल फटा, मची तबाही, 50 लोगों की मौत; बचाव कार्य जारी

नई दिल्ली, जनमुख न्यूज़। जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चिशोती गांव में गुरुवार को बादल फटने की घटना हुई, जिससे भारी तबाही की आशंका है। यह हादसा पदर उपखंड में मचैल माता यात्रा मार्ग पर हुआ। घटना के बाद अचानक आई बाढ़ ने कई घरों को नुकसान पहुंचाया है। इस घटना में 50 लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है। कई मकानों को नुकसान पहुंचा है। लकड़ी का पुल और पीएमजीएसवाई पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। 120 के करीब लोग घायल हो गए हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है। अब तक 50 से अधिक शव बरामद किए गए हैं। प्रशासन, पुलिस, सेना और बचाव दल प्रभावित इलाकों में लगातार खोज और राहत कार्य में लगे हुए हैं। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है, वहीं घायलों को तुरंत अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
जिला प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। हादसे में लकड़ी का पुल और पीएमजीएसवाई पुल सहित दो पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। किश्तवाड़ के उपायुक्त पंकज कुमार शर्मा ने बताया कि चिशोती क्षेत्र मचैल माता यात्रा का प्रारंभिक बिंदु है और यहां हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है।
किश्तवाड़ के चिशौती गांव में बादल फटने की घटना के बाद बचाव कार्य तेजी से जारी है। जम्मू के आईजीपी और डीआईजी डीकेआर रेंज हालात की निगरानी कर रहे हैं। मौके पर पुलिस, सेना, एसडीआरएफ और जिला प्रशासन की टीमें जुटी हैं। जिला उपायुक्त पंकज शर्मा (केएएस) और एसएसपी नरेश सिंह (जेकेपीएस) खुद मौके पर पहुंचकर बचाव कार्यों की अगुवाई कर रहे हैं।
विपक्ष के नेता सुनील कुमार शर्मा और स्थानीय विधायक ने घटनास्थल का दौरा कर राहत कार्यों की निगरानी की। केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने उपायुक्त से बात कर स्थिति की जानकारी ली और कहा कि नुकसान का आकलन व बचाव कार्य तेजी से किया जा रहा है। उन्होंने आवश्यक चिकित्सा व राहत प्रबंधन के निर्देश दिए।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की। उन्होंने सिविल, पुलिस, सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को बचाव अभियान और प्रभावितों को हर संभव सहायता देने के निर्देश दिए हैं।

