तूल पकड़ रहा है अग्रसेन कॉलेज में शिक्षकों का निष्कासन विवाद: प्रबंधन ने बताया 16 अयोग्य प्रवक्ता हटाए, शिक्षकों ने प्रदर्शन कर जताया विरोध

वाराणसी, जनमुख न्यूज़। अग्रसेन कन्या पीजी कॉलेज में प्रवक्ताओं के निष्कासन को लेकर जारी विवाद शनिवार को और गहरा गया। कॉलेज की प्रबंध समिति ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर स्पष्ट किया कि कुल 16 प्रवक्ताओं को ही हटाया गया है, न कि 40 जैसा कि सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है। वहीं, निष्कासित शिक्षकों ने कॉलेज परिसर में एक बार फिर प्रदर्शन किया और निष्कासन को अन्यायपूर्ण बताया।
कॉलेज के अध्यक्ष दीपक अग्रवाल ने कहा कि हटाए गए सभी शिक्षक ट्रस्ट द्वारा नियुक्त सेल्फ फाइनेंस प्रवक्ता थे, न कि आयोग द्वारा अनुमोदित। उन्होंने आरोप लगाया कि इन शिक्षकों की बायोमैट्रिक उपस्थिति में लगातार खामियां पाई गईं और इनमें से कई शैक्षणिक रूप से अयोग्य भी थे। कॉलेज में छात्रों की घटती संख्या को देखते हुए यह कदम उठाना आवश्यक हो गया था।
प्रबंधन के अनुसार, हटाए गए प्रवक्ताओं में 9 तृतीय श्रेणी और कुछ चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी भी शामिल हैं।
दूसरी ओर, शिक्षकों का कहना है कि उन्हें न तो कोई पूर्व सूचना दी गई और न ही निष्कासन का कोई स्पष्ट कारण बताया गया। साथ ही उनका यह भी आरोप है कि उन्हें पिछले ढाई महीनों से वेतन नहीं दिया गया है, जिससे उनके समक्ष गंभीर आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है।
शुक्रवार को शिक्षकों का एक प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी स्थित संसदीय कार्यालय भी पहुंचा था, जहां उन्होंने निष्कासन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

