नवरात्रि में ज्वारे उगाने का सही तरीका

नवरात्रि के दौरान घर में हरे-भरे ज्वारे उगाने की परंपरा को लोग बड़े श्रद्धा भाव से निभाते हैं। इस साल चैत्र नवरात्रि ३० मार्च से ७ अप्रैल तक मनाई जाएगी, और इसके साथ ही घरों में ज्वारे बोने की तैयारी भी शुरू हो जाएगी। ज्वारे उगाने का महत्व इस समय विशेष होता है, क्योंकि माना जाता है कि जौ सृष्टि की पहली फसल थी। यही कारण है कि नवरात्रि में देवी-देवताओं की पूजा के दौरान जौ चढ़ाए जाते हैं। अगर आप भी इस नवरात्रि में ज्वारे उगाना चाहते हैं, तो जानिए इसे उगाने का सही तरीका और कुछ जरूरी बातें जिन्हें आपको ध्यान में रखना चाहिए।
ज्वारे उगाने के लिए जरूरी सामग्री
मिट्टी का बर्तन
छनी हुई मिट्टी या रेत
जौ या गेहूं
खाद
बीज तैयार करें
ज्वारे उगाने के लिए सबसे पहले आपको अच्छे गुणवत्ता वाले जौ या गेहूं की आवश्यकता होगी। ध्यान रहे कि जौ के दानों में कीड़े न हों और वे उच्च गुणवत्ता के हों। इससे ज्वारे जल्दी अंकुरित होंगे। बीज को उगाने से एक रात पहले पानी में भिगो दें। अगर समय कम हो तो आप २-३ घंटे पहले भी इन्हें भिगो सकते हैं। इस दौरान बीजों को धोने से कचरा और बेकार बीज ऊपर आ जाते हैं, जिन्हें आप आसानी से निकाल सकते हैं।
मिट्टी तैयार करें
ज्वारे बोने के लिए मिट्टी की शुद्धता का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। हमेशा अच्छी और उपजाऊ मिट्टी का ही इस्तेमाल करें। मिट्टी में कोई पत्थर या कंकड़ न हो, इसलिये उसे छान लें ताकि कोई अवांछित तत्व न रह जाए। उपजाऊ मिट्टी में बीज जल्दी अंकुरित होते हैं। अब इस मिट्टी को मिट्टी के बर्तन में डालें और इसके ऊपर जौ के बीज छिड़क दें। अगर आप इस पर कलश भी रखने वाले हैं, तो बीज के आस-पास थोड़ी जगह खाली छोड़ सकते हैं।
ज्वारे बोने का तरीका
बीज बोने के बाद, हल्का पानी डालें, लेकिन ध्यान रखें कि पानी ज्यादा न हो। इसके बाद, बीज के ऊपर मिट्टी या रेत की एक हल्की परत डालें। इस परत से बीज पूरी तरह से ढकने से बचें, क्योंकि ऐसा करने से बीजों को अंकुरित होने में समय लगेगा। पहले दिन इस परत को सूखा रखें। जैसे-जैसे बीज अंकुरित होने लगेंगे, उन्हें रोजाना हल्का पानी देते रहें।
खाद और देखभाल
ज्वारे की अच्छी वृद्धि के लिए आप मिट्टी में खाद भी मिला सकते हैं, जिससे ज्वारे तेजी से बढ़ेंगे। इसके अलावा, अगर आपके घर में चूहे अधिक आते हैं, तो मिट्टी के बर्तन को चूहों से बचाकर रखें। गर्मी के मौसम में, खासकर अगर धूप बहुत तीव्र हो तो ज्वारे को गर्म तापमान से बचाकर रखें। ऐसे में एक ठंडी और हवादार जगह पर ज्वारे रखें ताकि वे सही से उग सकें।
इस प्रकार, नवरात्रि के दौरान ज्वारे उगाना एक शुभ और पवित्र परंपरा है, जो देवी-देवताओं की पूजा में सामिल किया जाता है। सही तरीके से ज्वारे उगाने से न केवल धार्मिक दृष्टि से लाभ होता है, बल्कि यह घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी करता है।

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