संसद के शीतकालीन सत्र में दूसरे दिन भी हंगामा, एसआईआर पर विपक्ष अड़ा; दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित

नई दिल्ली, जनमुख न्यूज़। संसद के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन भी एसआईआर (विशेष गहन पुनरीक्षण) को लेकर विपक्ष का हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार सुबह जैसे ही दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी दलों ने मतदाता सूची पुनरीक्षण प्रक्रिया पर तत्काल चर्चा की मांग को लेकर जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामे के चलते लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई।
सत्र शुरू होते ही लोकसभा में विपक्षी सांसदों ने ‘वोट चोर, गद्दी छोड़ो’ के नारे लगाए और एसआईआर पर चर्चा की मांग की। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्ष को संयम बरतने की अपील करते हुए कहा कि “पूरा देश संसद की कार्यवाही देख रहा है। प्रश्नकाल महत्वपूर्ण है, कृपया इसे चलने दें। जिस तरह अंदर और बाहर विरोध हो रहा है, वह संसद या देश के हित में नहीं है।”
सोमवार की तरह आज भी लगातार नारेबाजी के कारण सत्र बाधित रहा। सोमवार को भी पूरे दिन में विधायी कामकाज मुश्किल से एक घंटे चला था। प्रश्नकाल के दौरान हंगामे के बीच मंत्री सवालों के जवाब देते रहे।
उधर, राज्यसभा की कार्यवाही भी विपक्षी शोर-शराबे के बीच स्थगित करनी पड़ी। विपक्ष नियम 267 के तहत एसआईआर पर तत्काल चर्चा चाहता है, जबकि सरकार का कहना है कि देश में और भी महत्वपूर्ण मुद्दे हैं जिन पर चर्चा जरूरी है।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि “एक मुद्दे को लेकर देश के अन्य महत्वपूर्ण विषयों को नजरअंदाज करना उचित नहीं है।” वहीं राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई जारी रहेगी और एसआईआर पर चर्चा विपक्ष छोड़ने वाला नहीं है।
हंगामे और गतिरोध के बीच अंततः लोकसभा की कार्यवाही बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

