महिला आयोग की सदस्य गीता विश्वकर्मा ने की जनसुनवाई, वृद्धा और पीड़ित महिलाओं को मिला न्याय

वाराणसी, जनमुख न्यूज़। महिला आयोग की सदस्य गीता विश्वकर्मा ने सर्किट हाउस में जनसुनवाई की, जिसमें कुल 12 शिकायतें दर्ज हुईं। इनमें से एक मामले का मौके पर निस्तारण किया गया, जबकि शेष शिकायतों को संबंधित विभागों को समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निपटारे के लिए अग्रसारित किया गया।
बुजुर्ग महिलाओं की समस्याओं पर त्वरित कार्रवाई
बड़ागांव थाना क्षेत्र की 65 वर्षीय चंपा देवी ने बताया कि उनके पति मानसिक उत्पीड़न करते हैं और उन्हें घर से निकाल दिया है। साथ ही वृद्धा पेंशन भी महीनों से नहीं मिल रही।
👉 महिला आयोग ने तत्काल संज्ञान लेते हुए एडीसीपी महिला अपराध नम्रता श्रीवास्तव को कार्रवाई के निर्देश दिए।
लोहता की 60 वर्षीय खैरून निशा को तीन वर्षों से पेंशन नहीं मिल रही थी। जांच में बैंक की एनपीसीआई समस्या सामने आई। अधिकारियों ने मौके पर ही समाधान करवा दिया।
घरेलू हिंसा की शिकायतों पर निर्देश
चोलापुर की संगीता देवी ने पति द्वारा लंबे समय से प्रताड़ना की शिकायत की। 11 साल पहले जौनपुर में विवाह हुआ था और दो बच्चे हैं। शिकायत पर पुलिस प्रशासन को पति के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
महिला अस्पताल में लापरवाही पर फटकार
हाल ही में जिला महिला अस्पताल में एक्सपायरी दवाओं की मौजूदगी के मामले पर भी महिला आयोग ने सख्ती दिखाई। सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी से पूछताछ हुई और उन्होंने जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया।
अस्पताल, वन स्टॉप सेंटर और जेल का निरीक्षण
गीता विश्वकर्मा ने दीनदयाल उपाध्याय जिला चिकित्सालय के महिला विंग का निरीक्षण किया, जहां सीएमएस बृजेश कुमार को दवाओं की समयसीमा और सुविधाओं की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया। वन स्टॉप सेंटर में पीड़ित महिलाओं को दी जा रही सुविधाओं की व्यवस्था की समीक्षा की।
जिला जेल में महिला कैदियों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। जिन महिलाओं के पास अधिवक्ता नहीं हैं, उनके लिए निशुल्क वकील उपलब्ध कराने को कहा गया। जेल प्रशासन को निर्देश दिया गया कि “महिला सदन” को “महिला सुधार गृह” के नाम से अंकित किया जाए।

