पाकिस्तानी महिला बरेली मेंं टीचर, नौ साल से कर रही थी सरकारी नौकरी

बरेली, जनमुख न्यूज। बरेली जनपद से सनसनीखेज मामला सामने आया है। बताया जाता है कि रामपुर जिले में रह रही एक पाकिस्तानी महिला ने फर्जी दस्तावेजों से बेसिक शिक्षक की नौकरी हासिल कर ली। उसने बरेली के फतेहगंज पश्चिमी विकास खंड क्षेत्र में तैनाती पा ली। दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा साबित होने के बाद उसे निलंबित कर दिया गया। उसके खिलाफ विभागीय अधिकारियों ने रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
रामपुर शहर के बजरोही टोला में गली नंबर चार के मकान नंबर २० की निवासी शुमायला खान पुत्री एसए खान पर यह कार्रवाई हुई है। फतेहगंज पश्चिमी ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारी भानु शंकर गंगवार ने उसके खिलाफ फतेहगंज पश्चिमी थाने में धोखाधड़ी से नागरिकता छुपाने व फर्जी दस्तावेजों से नौकरी हासिल करने की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
बताया गया है कि शुमायला खान ने फर्जी दस्तावेज तैयार करके बेसिक शिक्षा विभाग में सहायक शिक्षक की नौकरी हासिल कर ली। फिलहाल वह यहां प्राथमिक विद्यालय माधौपुर में सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत थी। उसकी नागरिकता को लेकर शिकायत की गई थी। आरोप था कि वह पाकिस्तानी नागरिक हैं।
इस मामले में विभाग ने उसके प्रमाणपत्रों का सत्यापन कराया था। एसडीएम की जांच में साफ हुआ कि शुमायला का यह प्रमाणपत्र त्रुटिपूर्ण है, इसे बनवाने में जानकारी छुपाई गई हैं और शुमायला वास्तव में पाकिस्तानी नागरिक है।
शुमायला खान का प्रमाण पत्र पिछली साल निरस्त कर दिया गया। बेसिक शिक्षा विभाग ने कई बार शिक्षिका से स्पष्टीकरण मांगा पर प्रमाण पत्र की सत्यता साबित न हो सकी। बीएसए ने ३ अक्तूबर २०२४ को शुमायला खान को निलंबित कर दिया। अब बीएसए के निर्देश पर बीईओ भानु शंकर गंगवार ने महिला टीचर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी है। फतेहगंज पश्चिमी थाना पुलिस मामले में जांच कर रही है, शुमायला की गिरफ्तारी भी की जा सकती है।
बताया जाता है कि पाकिस्तानी नागरिक शुमायला ने फर्जी दस्तावेजों से २०१५ में बरेली में नौकरी हासिल की थी। वह तभी से प्राथमिक विद्यालय माधौपुर में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात थी।

