जब पिता के शव को काट कर जलाने पर अड़ा बेटा

नई दिल्ली, जनमुख न्यूज। टीकमगढ़ जिले के ग्राम ताल लिधौरा में उस समय अजीब स्थिति उत्पन्न हो गयी जब पिता के अंतिम संस्कार को लेकर उनके दो बेटों के बीच विवाद हो गया। यह विवाद इतना बढ़ गया कि एक बेटे ने पिता के शव के दो टुकड़े कर अंतिम संस्कार की मांग करने लगा। बाद में पुलिस के हस्तक्षेप से मामला सुलझा।
बताया जाता है कि श्यामकृष्ण कॉलोनी के निवासी ध्यानी सिंह घोष के निधन के बाद उनके छोटे बेटे दामोदर ने अंतिम संस्कार की तैयारियां शुरू कर दी थीं तभी अपने परिवार के साथ पहुंचे बड़े बेटे किशन सिंह घोष मृतक के अंतिम संस्कार में अपनी भागीदारी की मांग करने लगे। किशन का कहना था कि उन्होंने अपने पिता की सेवा नहीं की, लेकिन वह अब अंतिम संस्कार का अधिकार रखते हैं।
इसके विपरीत, छोटे बेटे दामोदर ने दावा किया कि उसने ही अपने पिता की देखभाल की थी और उसने अपने पिता को अंतिम समय में सारा सहयोग दिया था। ऐसे में, उसे ही अंतिम संस्कार करने का अधिकार होना चाहिए। मामला इतना बढ़ा कि दोनों भाई एक-दूसरे से विवाद करने लगे इस बीच स्थिति तब और गंभीर हो गई जब बड़े बेटे किशन ने यहां तक कह दिया कि वह पिता के शव को दो हिस्सों में काटकर अलग-अलग संस्कार करेगा। यह सुनकर गांव के लोग हैरान रह गए और इस स्थिति को शांत करने के लिए पुलिस को सूचित किया।
ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और दोनों पक्षों को समझाने की कोशिश की। पुलिस ने दामोदर को अंतिम संस्कार करने की अनुमति दी, क्योंकि परिजनों और रिश्तेदारों ने भी यही बात कही थी। इसके बाद, पुलिस की समझाइश के बाद मामला शांत हुआ और छह घंटे के भीतर दामोदर ने अपने पिता का अंतिम संस्कार किया।
परिजनों का कहना था कि जब ध्यानी सिंह की तबियत बिगड़ी थी, तो बड़े बेटे किशन ने उनकी कोई सुध नहीं ली और न ही उन्हें अपने पास रखा। इसलिए परिजनों और गांव वालों ने भी छोटे बेटे का साथ दिया।

