रोजमर्रा के सामनों से १२ प्रतिशत का जीएसटी स्लैब हटाने की तैयारी में मोदी सरकार

नई दिल्ली, जनमुख न्यूज। केंद्र सरकार वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के ढांचे में जल्द ही महत्वपूर्ण बदलाव कर सकती है, जिससे आम उपभोक्ताओं को राहत मिल सकती है। मीडिया रिपोर्ट में सरकारी सूत्रों के हवाला से बताया गया है कि चर्चा के तहत एक प्रमुख प्रस्ताव यह है कि या तो कुछ आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी को १२ज्ञ् से घटाकर ५ज्ञ् कर दिया जाए या १२ज्ञ् स्लैब को पूरी तरह से खत्म कर दिया जाए। सूत्रों के अनुसार, वर्तमान में १२ज्ञ् जीएसटी लागू करने वाली अधिकांश वस्तुएं आम नागरिकों द्वारा रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल की जाने वाली वस्तुएं हैं। इनमें वे उत्पाद शामिल हैं जो मध्यम वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के उपभोग पैटर्न में प्रमुखता से शामिल हैं।
विचाराधीन योजना में इन वस्तुओं को ५ज्ञ् के निचले कर स्लैब में पुनः वर्गीकृत करना शामिल है, जिससे वे अंतिम उपभोक्ताओं के लिए प्रभावी रूप से सस्ती हो जाएँगी। वैकल्पिक रूप से, सरकार १२ज्ञ् स्लैब को पूरी तरह से खत्म करने और वस्तुओं को मौजूदा निचले या उच्च स्लैब में पुनः आवंटित करने का विकल्प चुन सकती है। जीएसटी परिषद की आगामी ५६वीं बैठक में अंतिम निर्णय लिए जाने की संभावना है। प्रोटोकॉल के अनुसार, परिषद की बैठक बुलाने से पहले १५ दिन का नोटिस देना आवश्यक है, लेकिन सूत्रों से संकेत मिलता है कि सत्र इस महीने के अंत में हो सकता है।
यह कदम राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण होने की उम्मीद है, खासकर चुनाव से पहले के वर्ष में, और आबादी के एक बड़े हिस्से द्वारा उपभोग की जाने वाली आवश्यक वस्तुओं पर मुद्रास्फीति के दबाव को कम करने में मदद कर सकता है।

