कंगना रनौत को बड़ा झटका मोस्ट अवेडिट फिल्म इमरजेंसी की रिलीज डेट टली

मनोरंजन, डेस्क जनमुख न्यूज। फिल्म ‘इमरजेंसी’ की रिलीज में देरी के बीच कंगना रनौत ने सोमवार को कहा कि कम्युनिस्टों या वामपंथियों को राष्ट्र विरोधी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है, लेकिन ओटीटी प्लेटफॉर्म राष्ट्रवादियों को अपने विचार व्यक्त करने की अनुमति नहीं देते हैं। कंगना रनौत ने एक्स पर साझा किया देश का कानून यह है कि कोई भी व्यक्ति बिना किसी परिणाम या सेंसरशिप के ओटीटी प्लेटफॉर्म पर अकल्पनीय मात्रा में हिंसा और नग्नता दिखा सकता है, कोई भी व्यक्ति अपने राजनीतिक रूप से प्रेरित भयावह उद्देश्यों के अनुरूप वास्तविक जीवन की घटनाओं को भी विकृत कर सकता है, दुनिया भर में कम्युनिस्टों या वामपंथियों को इस तरह की राष्ट्र विरोधी अभिव्यक्ति की पूरी स्वतंत्रता है, लेकिन एक राष्ट्रवादी के रूप में कोई भी ओटीटी प्लेटफॉर्म हमें भारत की अखंडता और एकता के इर्द-गिर्द घूमने वाली फिल्में बनाने की अनुमति नहीं देता है, ऐसा लगता है कि सेंसरशिप केवल हममें से कुछ लोगों के लिए है जो इस देश के टुकड़े नहीं चाहते हैं और ऐतिहासिक तथ्यों पर फिल्में बनाते हैं। यह बेहद निराशाजनक और अन्यायपूर्ण है। यह अमित मालवीय की आईसी-८१४ वेबसीरीज की विषय वस्तु पर पोस्ट के जवाब में आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘पाकिस्तानी आतंकवादियों, सभी मुसलमानों के अपराधों को सफेद करना वामपंथियों का एजेंडा है।

