ईसाई मुस्लिम संबंधों पर जोर शांति और भाईचारे को बढ़ावा

अन्तर्राष्ट्रीय ,जनमुख न्यूज।पोप फ्रांस ने अपनी सबसे लंबी यात्रा की शुरुआत कर दी है। इसका उद्देश्य मुस्लिम बहुल इंडोनेशिया में धार्मिक सद्भाव का जश्न मनाना है। पोप फ्रांस ८७ वर्ष के हैं और हाल के सालों में स्वास्थ्य संबंधी कठिनाइयों से जूझ रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में देखा गया कि उन्होंने व्हीलचेयर का उपयोग करना शुरू कर दिया है। लेकिन पोप फ्रांस इस समय अपने पोप कार्यकाल की सबसे लंबी यात्रा पर हैं। दक्षिण पूर्व एशिया और दक्षिण प्रशांत क्षेत्र के चार देशों की १२ दिवसीय मैराथन यात्रा की शुरुआत करते हुए इंडोनेशिया पहुंचे, जिसमें पापुआ न्यू गिनी, पूर्वी तिमोर और सिंगापुर भी शामिल हैं। एक बयान में कगा गया कि इंडोनेशिया और वेटिकन की शांति और भाईचारे को बढ़ावा देने के साथ-साथ मानवता के कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए समान प्रतिबद्धता है।यह किसी भी पोप द्वारा शुरू की गई सबसे लंबी विदेश यात्राओं में से एक है और यह सबसे दूर की भौगोलिक दूरी (३२,८१४ किलोमीटर या लगभग २०,००० मील) है जिसे फ्रांस ने २०१३ के चुनाव के बाद से यात्रा की है। जकार्ता पहुंचने पर, पोप फ्रांस ने टिप्पणी की कि १३ घंटे से अधिक की उड़ान उनकी अब तक की सबसे लंबी उड़ान थी। यह ऐतिहासिक यात्रा पोप को अंतर-धार्मिक संवाद और पर्यावरण की सुरक्षा सहित अपने परमधर्मपीठ के प्रमुख विषयों पर प्रकाश डालने की अनुमति देगी। यह यात्रा कैथोलिक चर्च के अंदर हो रहे एक महत्वपूर्ण बदलाव को भी रेखांकित करती है। पोप कार्यकाल के दौरान, फ्रांस की पिछली ४४ विदेश यात्राओं में दक्षिण कोरिया, जापान, फिलीपींस, थाईलैंड, म्यांमार और बांग्लादेश शामिल थे। उन्होंने चर्च के केंद्रीय प्रशासन में वरिष्ठ पदों पर फिलीपींस (लुइस एंटोनियो टैगले) और दक्षिण कोरिया (लाजर यू ह्युंग-सिक) के कार्डिनल्स को भी नियुक्त किया है।

