देवी-देवताओं महापुरुषों का अपमान मिलेगी सजाः योगी आदित्यनाथ

नई दिल्ली ,जनमुख न्यूज । लखनऊ अक्टूबर और नवंबर का महीना तीज-त्योहारों से भरा रहेगा। इसको लेकर आमजन में उत्साह का माहौल है तो पुलिस के आलाधिकारी शांति व्यवस्था बनाये रखने को लेकर चिंतित हैं। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी लॉ एंड आर्डर को लेकर गंभीर नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा है कि किसी भी जाति, मत-मजहब अथवा संप्रदाय से जुड़े हुए ईष्ट देवी-देवता, महापुरुषों अथवा साधु-संतों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी अस्वीकार्य है, लेकिन विरोध के नाम पर अराजकता भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। महापुरुषों के प्रति प्रत्येक नागरिक के मन में कृतज्ञता का भाव होना चाहिए, लेकिन इसके लिए बाध्य नहीं किया सकता और जबरन किसी पर थोपा भी नहीं जा सकता।मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी व्यक्ति अगर आस्था के साथ खिलवाड़ करेगा, महापुरुषों, देवी-देवता, संप्रदाय आदि की आस्था के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करेगा, तो उसे कानून के दायरे में लाकर कठोरता पूर्वक सजा दिलवाई जाएगी। लेकिन सभी मत, मजहब, सम्प्रदाय के लोगों को एक-दूसरे का सम्मान करना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि विरोध के नाम पर अराजकता, तोड़-फोड़ अथवा आगजनी स्वीकार नहीं है, जो कोई ऐसा दुस्साहस करेगा। उसे उसकी कीमत चुकानी होगी। मुख्यमंत्री ने पुलिस प्रशासन को निर्देश दिए कि शारदीय नवरात्रि विजयदशमी का पर्व हर्षोल्लास, शांति और सौहार्दपूर्ण माहौल के बीच संपन्न हो। यह प्रत्येक जनपद प्रत्येक थाना को सुनिश्चित करना होगा। माहौल खराब करने वालों को चिन्हित कर कठोर कार्रवाई करें।

