नहीं रहे दिग्गज फिल्म निर्देश श्याम बेनेगल

मुंबई, जनमुख न्यूज़। असीम रचनात्मक ऊर्जा से संपन्न जाने- माने निर्देशक श्याम बेनेगल का आज 90 वर्ष की अवस्था में निधन हो गया। उन्होंने विभिन्न थीम, विषय और प्रारूपों के साथ प्रयोग किया और 20 से अधिक फीचर फिल्में, 70 वृत्तचित्र और लघु फिल्में बनाईं थी।
बताया जाता है कि कि दो दिन पहले वे अपने घर पर गिर गए थे जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया। श्याम बेनेगल कथित तौर पर किडनी संबंधी समस्याओं से भी पीड़ित थे। दो दिन से वे काेमा में थे और सोमवार शाम इलाज के दौरान उन्होंने आखिरी सांस ली। हालांकि श्याम बेनेगल की बेटी पिया ने कहा कि उनके पिता और फिल्म निर्माता श्याम बेनेगल का क्रोनिक किडनी रोग के कारण मुंबई के वॉकहार्ट अस्पताल में निधन हो गया
श्याम बेनेगल को अंकुर, मंडी, मंथन आदि जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता था, जिनमें से अधिकांश 70 या 80 के दशक के मध्य में रिलीज हुई थीं। श्याम बेनेगल को भारत सरकार द्वारा 1976 में पद्मश्री और 1991 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। उनकी सफल फिल्मों में मंथन, जुबैदा और सरदारी बेगम शामिल हैं। अपने शानदार करियर में श्याम बेनेगल ने ‘भारत एक खोज’ और ‘संविधान’ सहित विभिन्न मुद्दों, डॉक्यूमेंट्री और टेलीविजन धारावाहिकों पर फिल्में बनाईं।
श्याम बेनेगल का जन्म 14 दिसंबर, 1934 को हैदराबाद में हुआ था। वे कोंकणी भाषी चित्रपुर सारस्वत ब्राह्मण परिवार से थे। उनके पिता श्रीधर बी. बेनेगल मूल रूप से कर्नाटक के रहने वाले थे। वे एक फोटोग्राफर थे, जिन्होंने श्याम को फिल्म निर्माण में शुरुआती रुचि दिखाई। महज 12 साल की उम्र में श्याम ने अपने पिता द्वारा उपहार में दिए गए कैमरे का उपयोग करके अपनी पहली फिल्म बनाई। उन्होंने हैदराबाद के उस्मानिया विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में मास्टर डिग्री हासिल की, जहां उन्होंने हैदराबाद फिल्म सोसाइटी की स्थापना की, जो सिनेमा में उनके शानदार सफर की शुरुआत थी।

