जम्मू कश्मीर में बोले अमित शाह फिर आतंकवाद फैलाना चाहते हैं नेहरू गांधी व अब्दुल्ला परिवार

नई दिल्ली,जनमुख न्यूज। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू कश्मीर में एक रैली के दौरान कहा कि हमने आतंकवाद को उस स्तर तक दफनाने का संकल्प लिया है कि वह फिर न लौट पाए। अमित शाह ने नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस पर अपने परिवार की सरकार’ बनाने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे जम्मू कश्मीर में सत्ता में नहीं आ सकते। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अनुच्छेद-३७० इतिहास बन गया है, वापस नहीं आ सकता। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और उसके नेता राहुल गांधी जम्मू-कश्मीर को फिर से आतंकवाद की ओर धकेलना चाहते हैं। शाह ने कहा कि हमने विभाजन के दिन देखें, १९९० में आतंकवाद के दिन देखें। चंद्रिका शर्मा हों या परिहार बंधु हों… सभी ने कुर्बानियां दीं। उन्होंने कहा कि मैं आज इस क्षेत्र सहित जम्मू-कश्मीर की जनता से वादा करता हूं कि हम आतंकवाद को इतना नीचे दफन करेंगे कि कभी बाहर नहीं आ पाएगा। उन्होंने कहा कि १९९० की तरह आज भी प्रयास हो रहे है, यहां आतंकवाद को फिर से मजबूत करने के। नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस ने यहां कुछ वादें किए हैं कि उनकी सरकार आएगी तो आतंकवादियों को छोड़ देंगे। मैं आज आप लोगों को कहता हूं कि ये नरेन्द्र मोदी सरकार है, किसी की हिम्मत नहीं है, भारत की भूमि पर आतंकवाद फैलाए। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर का ये चुनाव स्पष्ट रूप से दो ताकतों के बीच है। एक ओर नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस है और दूसरी ओर भाजपा है। नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस कहती है कि अगर हमारी सरकार बनी तो धारा-३७० को वापस लाएंगे। पहाड॰ियों और गुर्जर भाइयों को जो आज आरक्षण मिला है, वो धारा-३७० के रहते नहीं मिल सकता था। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने जो धारा-३७० हटाई, वो अब इतिहास का पन्ना हो गई है। भारत के संविधान में अब धारा-३७० के लिए कोई जगह नहीं रह गई है। जम्मू कश्मीर में अब दो विधान, दो प्रधान और दो झंडे कभी नहीं हो सकते हैं। झंडा सिर्फ हमारा प्यारा तिरंगा होगा।

